

साध्वी शक्ति पुरी जी महाराज
श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर पूज्या साध्वी शक्तिपुरी जी महाराज  निरंजनी अखाड़ा हरिद्वार। !  
सनातन धर्म की ध्वजा को लेकर पूरे विश्व में लाखों-करोड़ों लोगों को  सनातन मन्त्र जाप द्वारा 
भगवान की भक्ति और अपनी अमृतमयी वाणी से सेवा, संस्कृति और संस्कारों से जोड़कर लोगों 
का जीवन बदलने वाले एक प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता और मानवता के सेवाकारी हैं।
 
श्रीश्री1008ब्रह्मलीन महंत बाबा फूलपुरी जी की शिष्या है वर्तमान समय में वो हरियाणा के 
हिसार  बरवाला में मतलोड़ा में बाबा इच्छापुरी धाम की संचालिका है ज़हा हर व्यक्ति की इच्छा
 संपूर्ण होती है और साध्वी सनातन मंत्रों व खान पान द्वारा भगतो की समस्याओ का समाधान करती है.

साध्वी शक्तिपुरी सेवा संस्थान
समाज सेवा और आध्यात्मिक मार्गदर्शन की एक पहल
हरियाणा की पावन पवित्र भूमि पर
पूज्या साध्वी शक्तिपुरी जी महाराज श्री द्वारा अनेक सेवा प्रकल्प चलाये जा रहे हैं।
जिनसे जुड़कर आप पुण्य के भागीदार तो बनेंगे ही साथ ही हमारे “बाबा इच्छापुरी सेवा संस्थान परिवार के सदस्य
भी बन जायेंगे।
आप निरंतर चल रहे आश्रम निर्माण कार्य में सहयोग प्रदान कर सकते हैं अथवा किसी भी प्रकार की आश्रम सेवा कर सकते हैं।

गौ माता की सेवा
गौशाला और गोसेवा के लिए उन्होंने लगभग 50 श्री मद भागवत कथाए की है.
गौशाला की महत्वता को बताते हुए उन्होंने लगभग20 गोशाला खुलवाई और एक संदेश वो सबको देती है हर घर में एक गाय अवश्य हो.
गौशाला हमारी संस्कृति और धर्म का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह गौ माता के संरक्षण और सेवा का केंद्र है। आपका दान गौ माता के स्वास्थ्य, पोषण और देखभाल में मदद करेगा।
शिक्षा में योगदान
शिक्षा में योगदान दें के लिए
आइए, मिलकर भारत की प्राचीन शिक्षा पद्धति को पुनर्जीवित करें। आपके दान से गुरुकुलों में विद्यार्थियों को वैदिक ज्ञान, संस्कृति और मूल्यों से जोड़ने में मदद मिलेगी। उनकी कथाओं से जो भी दान आता है वो ग़रीब बच्चो की शिक्षा और उनको कॉपी किताब और कपड़े और उनकी स्वास्थ्य के ऊपर लगाती है


भूख मिटाने का संकल्प
हमारा अन्नक्षेत्र हजारों भूखे पेटों का सहारा है। आपके दान से हम जरूरतमंदों तक भोजन पहुंचा सकते हैं।
“अन्न दानं समं दानम् न भूतो न भविष्यति। देवर्षि-पितृ-भूतानां तृप्तिरन्नेन जायते॥” अर्थात अन्नक्षेत्र के समान दान न पूर्व में हुआ है, ना अब है, ना आगे होगा। क्योंकि देवताओं की, देवियों की, पितरों की इत्यादि सर्व की तृप्ति अन्न से ही होती है। पूज्या साध्वी शक्तिपुरी जी महाराज ने हरियाणा में विचरण कर भक्ति कर रहे साधू-संतों की एवं जरुरतमंदों की सेवा को देखते हुए नित्य जीवनपर्यन्त अन्नक्षेत्र की सेवा करने का संकल्प लिया है।

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